*वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 28वें दीक्षांत समारोह में शशांक भारती ने सोनभद्र का नाम किया रोशन, स्वर्ण पदक से हुए सम्मानित।*
*सोनभद्र/चोपन वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर का 28वां दीक्षांत समारोह बेहद भव्य और ऐतिहासिक अंदाज में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल व विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में सम्पन्न हुआ। समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।
जनपद सोनभद्र के निवासी शशांक भारती पुत्र लवकुश भारती (पूर्व प्रधान, चोपन) व संगीता देवी ने एम.बी.ए. (फाइनेंस एंड कंट्रोल) के सत्र 2023—24 में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे जिले का नाम गर्व से ऊंचा किया। शशांक को इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने स्वर्ण पदक और प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
शशांक की इस असाधारण सफलता पर जनपद में हर्ष और गर्व का माहौल है। उनके परिवार, मित्रगण तथा क्षेत्रवासियों के बीच उत्साह की लहर दौड़ गई है। शशांक भारती की यह उपलब्धि ना केवल उनके परिश्रम का परिणाम है,
बल्कि जनपद सोनभद्र के लिए भी गौरव का क्षण है, जिन्होंने पूरे प्रदेश में अपना नाम चमकाया है। शशांक अपनी इस सफलता के लिए अपने माता—पिता, इष्ट मित्र तथा परिवारजनों को इसका श्रेय देते है।
इस मौके पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने सभी स्वर्णपदक प्राप्तकर्ताओं को दीक्षांत की सपथ दिलाई । उन्होंने सभी को आदेश दिया कि वे जीवन पर्यंत अपने आप को इस उपाधि के लिए योग्य साबित करते रहेंगे।
कुलाधिपति व राज्यपाल श्रीमती आनादीबेन पटेल ने बताया कि उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा में निरंतर सुधार के कारण आज प्रदेश के सात विश्वविद्यालय नैक बंगलुरू द्वारा ए डबल प्लस से एक्रेडिटेड की गई है। अब सभी विश्वविद्यालय एनआईआरएफ की तैयारी कर उसमे प्रतिभाग करें।
विदित हो कि इसी साल के जनवरी माह में शशांक ने अपने पहले प्रयास में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा राष्ट्रीय स्तर की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा भी पास की है। यह परीक्षा विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति हेतु अभ्यर्थियों को पात्रता का सर्टिफिकेट प्रदान करतीं है।
शशांक आगे पीएचडी करना चाहते हैं तथा इसके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित जूनियर रिसर्च फेलोशिप की भी तैयारी कर रहे है। शशांक वाणिज्य व प्रबंधन के क्षेत्र में शोध तथा नवाचार कर नए कीर्तिमान स्थापित करना चाहते है।
प्रबंध अध्ययन संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. अजय द्विवेदी, अन्य शिक्षक व छात्र छात्राओं ने शशांक को इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी।
