
सोनभद्र
शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी जय शंकर दूबे विशेष सचिव, वित्त उत्तर प्रदेश लखनऊ व जिलाधिकारी के साथ जनपद में संचालित वृहद गो संरक्षण केन्द्र चोपन,
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित पटवध ग्राम समूह पेयजल योजन, केवथा ग्राम समूह पेयजल योजना का किये निरीक्षण
ग्राम पंचायत टापू में चौपाल लगाकर पेयजल सुविधाओं के सम्बन्ध में ग्रामीणों से सीधा संवाद कर लिये जानकारी, दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
शासन द्वारा संचालित योजनाओं से पात्र व्यक्तियों को किया जाये लाभान्वित-नोडल अधिकारी
प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में संचालित विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने हेतु नामित नोडल अधिकारी श्री जय शंकर दूबे विशेष सचिव वित्त शासन उत्तर प्रदेश लखनऊ व जिलाधिकारी श्री बी0एन0 सिंह, जिला विकास अधिकारी हेमन्त कुमार सिंह,
अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) श्री रोहित यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वृहद गो संरक्षण केन्द्र चोपन, जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित पटवध ग्राम समूह पेयजल योजन, केवथा ग्राम समूह पेयजल योजना का निरीक्षण किये,
Ô सर्व प्रथम नोडल अधिकारी द्वारा वृहद गो संरक्षण केन्द्र चोपन का निरीक्षण किये, निरीक्षण के दौरान उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गोशाला में छोटे पशु व बड़े पशुओं को रखने हेतु बाड़े बनाये जाये, जिससे कि पशु आपस में लड़ने न पायें, इस दौरान नोडल अधिकारी ने गो आश्रय स्थल मंें पशुओं को दिये जाने वाले भूसा, हरा चारा, पशु आहार की उपलब्धता और देने का समय आदि के सम्बन्ध में जानकारी ली और सम्बन्धित पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि पशुओं को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा व पशु आहार दिया जाये और नियमित रूप से टीकाकरण किया जाये, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये, मा0 मुख्यमंत्री जी शीर्ष प्राथमिकता है कि गो आश्रय स्थल में रहने वाले पशुओं को किसी प्रकार की समस्या न होने पाये।
इस दौरान उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वह नियमित रूप से गो आश्रय स्थल का निरीक्षण करते रहेें और आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी ने आश्रय स्थल में स्थित भूसा संग्रहण स्थल, साइलेज की उपलब्धता, बीमार एवं दुर्बल गौवंश के लिए बनाए गए शेड तथा तालाब सहित सम्पूर्ण परिसर का पैदल भ्रमण किया। उन्होंने यह हरा चारा के लिए उपजाऊ जमीन बनाकर हरे चारे की खेती की जा सकती है, जिससे आश्रय स्थल की खाद्य आवश्यकताओं की पूर्ति अपने स्तर पर की जा सकेगी।
इसके पश्चात नोडल अधिकारी महोदय द्वारा विकास खण्ड चोपन के ग्राम पंचायत टापू में जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों से जल जीवन मिशन के अन्तर्गत संचालित हर घर नल से जल योजनान्तर्गत उपलब्ध पानी कनेक्शन के सम्बन्ध मंे सीधा संवाद कर जानकारी ली, ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि हर घर नल योजनान्तर्गत उन्हें निर्धारित समय पर पानी उपलब्ध कराया जा रहा है, ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि हर घर नल योजना को लागू होने से घर पर ही टोटी के माध्यम से पीने का पानी उपलब्ध हो रहा है,
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत पानी का कनेक्शन न होने पर काफी दूर से पानी ले आना पड़ता था, जल जीवन मिशन का कनेक्शन मिलने से हमें अब घर पर ही शुद्ध पानी की सुविधा उपलब्ध हो रही है, इसके लिए हम लोग देश के मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी को बहुत-बहुत धन्यवाद देेते हैं, इस दौरान ग्राम में ग्राम समूह की महिलाओं के द्वारा पानी की गुणवत्ता की जॉच नोडल अधिकारी व जिलाधिकारी के समक्ष की गयी,
इस दौरान अधिशासी अभियन्ता जल निगम द्वारा बताया गया कि इस ग्राम सभा में 293 घरों में हर घर नल योजनान्तर्गत पानी की आपूर्ति की जा रही है, इस दौरान नोडल अधिकारी ने हर घर नल योजना के अन्तर्गत जिन घरों मंे पानी सप्लाई के कनेक्शन दिये गये थे, स्वयं मौके पर जाकर पानी सप्लाई की स्थिति का जायजा लिये और लाभार्थियों से सीधा संवाद कर पानी सप्लाई के समय के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने शासन द्वारा संचालित निराश्रित महिला पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पात्र लाभार्थियों का समयबद्ध के0वाई0सी0 कराते हुए उन्हें योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराया जाए।
इसके पश्चात नोडल अधिकारी ने नमामि गंगे तथा ग्रामीण जल आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित पटवध ग्राम समूह पेयजल योजना का निरीक्षण किये, निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियन्ता जल निगम द्वारा बताया गया कि 777.41 करोड़ लागत की यह परियोजना है, जिससे 663 ग्रामों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जानी है, कुछ ग्रामों के घरों में पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, इस दौरान नोडल अधिकारी ने जैकवैल/इन्टेकबेल का निरीक्षण भी किये और पानी की शुद्धता व उपलब्धता आदि के सम्बन्ध में अधिशासी अभियन्ता से जानकारी प्राप्त किये और निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीणों को शासन की मंशा के अनुरूप शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
